आदर्शवादी काँग्रेस पार्टी का गठन, “बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय” के आदर्श सूत्र को केन्द्र में रखकर किया गया है।
” सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामया …” ही हमारा उद्देश्य और लक्ष्य है। हमारा संगठन, हमारे विचारों के फैलाव का माध्यम है। जो भी हमारे विचारों से सहमत होंगे वे सभी हमारे साथ हैं और शनै: शनै: आगे आयेंगे।
एक आदर्श विचार के प्रभुत्व की कल्पना को केन्द्र में रखकर आदर्शवादी काँग्रेस पार्टी, अपने विस्तार और लोकप्रियता में गुणांक स्तर में बढ़ोत्तरी करते हुये, एक ऐसी राजनीतिक पार्टी बनने की दिशा में अग्रसर रहेगी जो न केवल राज्यों में बलिक केन्द्र में भी पूर्ण बहुमत वाली सरकार का निर्माण करेगी। हम भविष्य के उस स्वर्णिम भारत की परिकल्पना को साकार रूप देंगे, जिसका स्वप्न स्वामी विवेकानन्द, महर्षि अरविन्द, पणिडत जवाहर लाल नेहरू ने देखा था और पूर्व राष्ट्रपति ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम ने जिस भारत को बनाने की बात अनेकों बार कही है। भारत गरीब देश नहीं है, लेकिन यहाँ के लोग गरीब हैं, गरीबी का कारण धन का न होना नहीं है, बलिक गरीबी का कारण जरूरतों का बढ़ जाना है।
पिछले डेढ़ दशक की केन्द्रीय सरकारों ने खर्च और उपभोग की संस्कृति को बढ़ावा दिया, अनैतिकता के ऐसे मानदण्ड स्थापित किये कि मजबूत भारतीय सांस्कृतिक, सामाजिक विरासत का घना अवमूल्यन हुआ है। विकास के नाम पर, अर्थव्यवस्था में मजबूती के नाम पर, अनियोजित चकाचौंध बढ़ी है, एक खास तबका तरक्की करने के नाम पर, नैतिक मूल्यों को, सादगी और सदाचार को आडम्बर और पिछड़ापन समझता है। जीवन के प्रत्येक स्तर पर असहिष्णुता बढ़ी है, सामाजिक-दैहिक असुरक्षा की बलवती भावना ने परस्पर विश्वास नाम की संस्था को खत्म कर दिया है। धार्मिक विश्वास और पूजा पद्धति आडम्बर मात्र रह गये हैं, आत्मोन्नति-आत्मउत्थान का परम्परावादी यह भारत देश संशयग्रस्त है। हमें इस काले घने कुहांसे को हटाने के लिये मजबूती से कार्य करना होगा। नैतिकता, आदर्श और सैद्धानितक मूल्यों की बहाली के लिये अपने आचरण से आदर्श प्रस्तुत करना होगा। हमारी नीति, नियत और दृष्टि साफ होनी चाहिये, हम अपना जीवन इस देश को समर्पित करते हैं।
आदर्शवादी काँग्रेस पार्टी के तीन उदघोष वाक्य
We are team,we are founder
न गलत करेंगे, न गलत बर्दास्त करेंगे
हम कार्यशाला खोलेंगे, सांसद और विधायक बनायेंगे, जो आगे चलकर भ्रष्ट व्यवस्था को बदल देंगे
हमें सतत प्रेरित करते रहेंगे एक ऐसे भारत के निर्माण के लिये जहाँ समाज का अंतिम व्यकित भी सुरक्षित, सुखी और आनंदित महसूस करे।