Category: समसामयिक – घटना चक्र

फैसला भारत की न्यायायिक व्यवस्था का एक और उजला अध्याय है और इससे साबित होता है की गरीबों-मजलूमों के लिये अभी भी रौशनी की उम्मीद ख़तम नहीं हुई है । आस्था के मेरु पर स्थापित होनें के बाद डेरा प्रमुख…

इस देश में अगर न्यायपालिका न हो तो सरकारें किसी क्रूर राजा की तरह अपनें ही देश के नागरिकों को अधिकार शून्य करके बंधक बना लें ऐसा है हमारे जनप्रतिनिधियों का सामूहिक संव्यवहार , हम व्यक्ति और पार्टी के तौर…
तीन तलाक विषय पर माननीय उच्चतम न्यायलय के फैसले पर आदर्शवादी कांग्रेस पार्टी का मत

सबसे पहली बात की कौआ कान ले गया तो कौआ दौड़ाने में लग जाओ इससे पहले कान छू कर यह पड़ताल कर लेनी चाहिये की वाकई कान अपनें स्थान पर है या कौआ ले गया है, इस्लाम, शरीयत या मुस्लिम…
ऐसे मुख्यमंत्री जिनका गृह जनपद गोरखपुर है वे अस्पताल प्रशासन की जिम्मेदारी बताकर अपनें गैरजिम्मेदाराना रवैये पर पर्दा नहीं डाल सकते

गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में गन्दगी तथा संक्रमण और आक्सीजन आपूर्ति में कोताही के चलते मासूम बच्चों की मौत पर दुख एवं संवेदना व्यक्त करते हुये सीधे तौर पर मौजूदा सरकार को उत्तरदायी ठहराते हुये पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बृजेन्द्र दत्त…