इस देश में अगर न्यायपालिका न हो तो सरकारें किसी क्रूर राजा की तरह अपनें ही देश के नागरिकों को अधिकार शून्य करके बंधक बना लें ऐसा है हमारे जनप्रतिनिधियों का सामूहिक संव्यवहार , हम व्यक्ति और पार्टी के तौर पर युग पुरुष पंडित जवाहर लाल नेहरू के चिर ऋणी हैं जिनके तत्कालीन प्रभावशाली नेतृत्व में भारत देश का एक ऐसा संघीय ढाँचा, ऐसी संवैधानिक व्यवस्था निर्मित हुयी की आज के निरंकुश वृत्ति वाले शासक टाइप नेतृत्व युक्त देश में भी आम व्यक्ति और उससे जुड़े आजादी के मूल स्वरुप और सिद्धांतों की रक्षा हो सकी है पार्टी फैसले का बार-बार स्वागत करती है । अब हमें विस्वास है की आधार पहचान पत्र की अनिवार्यता / बाध्यता खत्म करनें सम्बन्धी विषय पर भी फैसला जनता के पक्ष में ही आयेगा और आधार पहचान पत्र की बाध्यता सम्बन्धी प्रावधान ख़त्म करने के लिये सरकार बाध्य हो जायेगी।